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Dhanteras Puja ( 2018-2019 )

Dhanteras Puja ( 2018-2019 )
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धनतेरस, क्या है पूजा औरखरीदारी करने का शुभ मुहूर्त
कार्तिक माह की कृष्ण की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 17 अक्टूबर को मनाया जाएगा। शास्त्रों के अनुसार इस दिन धनवंतरी का जन्म हुआ था, इसलिए इसे धनतेरस कहते है। भगवान धनवंतरी समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे इसलिए इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है। लेकिन धनतेरस से जुड़ी कई कथाएं हैं जिनसे पता चलता है कि दीपावली से पहले धनतेरस क्यों मनाया जाता है।
Dhanteras Shubha Muhurat: धनतेरस की सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कामों से निपट कर किसी लक्ष्मी मंदिर में जाएं और मां लक्ष्मी को कमल के फूल अर्पित करें और सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाएं। ये सबसे अचूक उपाय है।भारत में इस साल दिवाली का पर्व 7 नवंबर को मनाया जाएगा लेकिन ठीक उससे दो दिन पूर्व यानि 5 नवंबर धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। मान्‍यता है कि धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी का जन्‍म हुआ था इसलिए इस दिन खासतौर पर उनकी पूजा की जाती है। इस दिन मां लक्ष्‍मी और गणेश जी की भी पूजा होती है। 
ज्‍योतिष के अनुसार धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में की गई खरीदारी जीवन में ढेर सारी सफलता और समृद्ध‍ि लेक‍र आती है। इस दिन लोग बर्तन और गहनों की खरीदारी करते हैं। यदि इस खास पर्व पर शुभ मुहूर्त में पूजा की जाए तो घर में धन की वर्षा हो सकती है। इस साल धनतेरस के दिन पूजा करने के लिए 1 घंटा 55 मिनट तक का वक्‍त रहेगा। आइये जानते हैं क्‍या है धनतेरस में पूजा करने का शुभ मुहूर्त:

  • धनतेरस पर पूजा करने का शुभ मुहूर्त: शाम 6.05 बजे से 8.01 बजे तक का है 
  • शुभ मुहूर्त की अवधि: 1 घंटा 55 मिनट
  • प्रदोष काल: शाम 5.29 से रात 8.07 बजे तक
  • वृषभ काल: शाम 6:05 बजे से रात 8:01 बजे तक
  • त्रयोदशी तिथि आरंभ: 5 नवंबर को सुबह 01:24 बजे
  • त्रयोदशी तिथि खत्म: 5 नवंबर को रात्रि 11.46 बजे
  • सुबह 07:07 से 09:15 बजे तक
  • दोपहर 01:00 से 02:30 बजे तक
  • रात 05:35 से 07:30 बजे तक
पृथ्वी की समस्त धन-दौलत, संपत्ति, सम्पदा, वैभव  और ऐश्वर्य के स्वामी कुबेर के लिए धनतेरस के दिन शाम को 13 दीप समर्पित करना चाहिए। मनचाही समृृद्धि पाने का यह रामबाण उपाय है। कुबेर भूगर्भ के स्वामी हैं। कुबेर की पूजा से मनुष्य की आंतरिक ऊर्जा जागृत होती है और धन अर्जन का मार्ग प्रशस्त होता है।  
धनतेरस पूजा ( 2018-2019 )
निम्न मंत्र द्वारा चंदन, धूप, दीप, नैवेद्य से पूजन करें-

कुबेर मंत्र :

यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन-धान्य अधिपतये
धन-धान्य समृद्धि में देहि दापय स्वाहा।

धनतेरस के दिन करें ये खास टोटके
  1. धनतेरस की शाम को जब सूरज ढल जाए तो एक दीप जलाएं और उसमें करीब 13 कौड़ियां रखें और उस दीप से मां लक्ष्मी और धनकुबेर की पूजा करें। आधी रात के बाद 13 कौड़ियां घर के किसी कोने में गाड़ दें। ये उपाय आपके घर में धन की बरसात ले कर आएगा।
  2. धनतेरस पर कुबेर यंत्र खरीदें और इसे अपने घर, दुकान के गल्ले या तिजोरी में स्थापित करें। इसके बाद 108 बार इस मंत्र ‘’ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रववाय, धन-धान्यधिपतये धन-धान्य समृद्धि मम देहि दापय स्वाहा ‘’ का जाप करें। ये मंत्र आपके धन की कमी के संकट को हर लेगा।
  3. घर में चांदी के 13 सिक्के रखें और केसर-हल्दी लगाकर इसकी पूजा करें। इससे घर में बरकत बढ़ती है।
  4. धनतेरस पर 13 दीप घर के अंदर और 13 दीप घर के बाहर दहलीज और मुंडेर पर रखें।
  5. दीपावली पर लक्ष्मी पूजन में हल्दी की गांठ भी रखें। पूजा होने के बाद हल्दी की गांठ को घर में उस स्थान पर रखें, जहां धन रखा जाता है।
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6.         नमक : धनतेरस पर नमक का नया पैकेट खरीदें। खाना बनाने में नया नमक ही प्रयोग करें। इससे धन की आवक में वृद्धि होगी। घर के उत्तर पूर्व कोने में थोड़ा सा नमक कटोरी अथवा छोटी डिब्बी में डालकर रख सकते हैं। इससे घर की नकारात्मकता खत्म होगी और धनागमन के साधन बनने लगेंगे।
7          साबुत धनिया : धनतेरस के दिन साबुत धनिया खरीदें। पूरी रात लक्ष्मी जी के सामने साबुत धनिया रखा रहने दें। अगले दिन प्रातः साबुत धनिए को गमले में बो दें। यह जब उगेगा तो हमारी आर्थिक स्थिति का संकेत देगा। अगर धनिए से हरा-भरा स्वस्थ पौधा निकले तो आर्थिक स्थिति सुदृढ़ रहती है। अगर धनिए का पौधा पतला है तो सामान्य आय होती है। पीला व बीमार पौधा निकले या पौधा नहीं निकले तो आर्थिक परेशानियां आती हैं।  
           
8.         कौड़ी : धनतेरस के दिन कौड़ी खरीद कर घर लाएं और अपार धन प्राप्ति हेतु धनतेरस की रात्रि उनका षडोषोपचार पूजन कर केसर से रंगकर कौड़ियां पीले कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें। आश्चर्यजनक रूप से घर में धन का आगमन होगा। 
9-कमल गट्टे : घी में कमल गट्टे मिलाकर लक्ष्मी को प्रसाद चढ़ाने से व्यक्ति राजा जैसा जीवन जीता है। इसके अतिरिक्त 108 कमल गट्टों की माला लक्ष्मी जी पर चढ़ाने से व्यक्ति को स्थिर लक्ष्मी प्राप्त होती है। धन और बरकत के लिए कमल गट्टे की माला घर में रखें।
10.       गांठ वाली पीली हल्दी :  धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त देखकर बाजार से गांठ वाली पीली हल्दी अथवा काली हल्दी को घर लाएं। इस हल्दी को कोरे कपड़े पर रखकर स्थापित करें तथा षडोशपचार से पूजन करें।
            धनतेरस पर यह 5 उपाय-सामग्री सुख, संपत्ति और ऐश्वर्य का वरदान लेकर आती हैं।



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